अर्थ : वह निश्चित और अटल दैवी विधान जिसके अनुसार मनुष्य के सब कार्य पहले ही से नियत किये हुए माने जाते हैं और जिसका स्थान ललाट माना गया है।
उदाहरण :
सभी जीव अपने कर्मों से भाग्य का निर्माण करते हैं।
नियति का लिखा कोई मिटा नहीं सकता है।
पर्यायवाची : इकबाल, इक़बाल, किस्मत, तक़दीर, दई, दैव, नसीब, नियति, प्राक्तन, प्रारब्ध, भाग, भाग्य, मुकद्दर, मुक़द्दर, सितारा